एक अकेले राणा ने भी मुगलों को ललकारा था
हर बार युद्ध में दुश्मन दल काट-काट संघारा था
हर बार युद्ध में दुश्मन दल काट-काट संघारा था
एक लाड़ले चेतक ने जो रण में कौशल दिखलाया
सदियां बीत गयीं हैं लेकिन इतिहास भुला नहीं पाया
देव अंश वह जयमल कल्ला अद्भुत वीर लड़ाके थे
चाचा और भतीजा दोनों गोरा बादल बाँके थे
एक वीर मर्दानी ने भी चण्डी बनकर युद्ध लड़ा
अबला से बन सबला उसने अलग एक इतिहास गढ़ा
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